पत्रकारों की आवाज़ को अनसुना करना अब पड़ेगा भारी, प्रेस क्लब पंडरिया ने SDM के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
देश के प्रधानमंत्री, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री जी के नाम से पत्रकार संगठन व मीडियाकर्मियों का समूह लगातार हर जिले में ज्ञापन सौंप रहे हैं लेकिन अगर सरकारें इसे अब भी गंभीरता से नहीं लेतीं, तो पत्रकारों, मीडियाकर्मियों की स्वतंत्रता पर हो रहे प्रहार के खिलाफ एक विशाल सैलाब जल्द ही खड़ा होगा।
यह सिर्फ चेतावनी नहीं…
यह लोकतंत्र की रक्षा के लिए उठती हुई वह आवाज़ है, जो सोशल मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म और ज़मीनी स्तर के हर पत्रकार में उबल रही है अवमानना, दबाव और शोषण के खिलाफ, पत्रकार, मीडियाकर्मी एकजुट हैं और जल्द ही बड़ा कदम उठाने को तैयार भी। पत्रकारिता की स्वतंत्रता हमारी पहचान है,
इसे कोई दबा नहीं सकता। हर संपादक जब तक जिला या विकासखंड स्तर पर समाचार संकलन हेतु किस प्रतिनिधि को नियुक्त नहीं करता तब तक कि वह खबरें जो सरकार के मंसूबों से जुड़ी होती हैं, वह कभी हैडलाइन की आखिरी शब्द में शामिल नहीं होता, फिर भी आज कुछ राखुशखदारों को पनाह और मेहनतकश पर तानाशाही को विराम देने राष्ट्रीय स्तर पर यह आव्हान किया जा रहा है।