“आकांक्षा हाट मेला बना अव्यवस्थाओं का अड्डा — मंच पर पहुंचते ही विधायक भावना बोहरा का फूटा गुस्सा, माइक से सुनाई जमकर खरी-खोटी”
राज्य सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना के तहत कवर्धा के पीजी कॉलेज ग्राउंड स्थित इनडोर स्टेडियम में चल रहे तीन दिवसीय आकांक्षा हाट मेला में पहले ही दिन भारी अव्यवस्थाओं और लापरवाही ने आयोजन की साख को झकझोर दिया। हालात उस वक्त बेकाबू हो गए जब पंडरिया विधायक भावना बोहरा मौके पर पहुंचीं और चारों ओर फैली अव्यवस्थाएं देख उनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया।
मंच पर पहुंचते ही उन्होंने माइक संभाला और सार्वजनिक रूप से जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा, “यह मेला राज्य सरकार की गंभीर योजना है, लेकिन यहां जो हालात हैं, वह शर्मनाक हैं। बार-बार कह रही हूं— जिम्मेदार अधिकारी सामने आएं और तुरंत व्यवस्था सुधारें।”
विधायक बोहरा की नाराजगी यहीं नहीं थमी। उन्होंने तीखे शब्दों में अफसरों की गैरमौजूदगी, स्वागत की शून्य व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण में लापरवाही और आयोजकों की अनदेखी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की घोर लापरवाही जनता के साथ अन्याय है और इससे आयोजन का उद्देश्य ही निष्फल हो जाता है।
विधायक ने मंच से दो टूक कहा, “जो भी प्रभारी अधिकारी हैं, तुरंत यहां पहुंचें। लगातार लापरवाही और बदइंतजामी से जनता परेशान हो रही है। यह मेला है या मज़ाक? सरकारी योजनाओं का मजाक मत उड़ाइए।”
हड़बड़ी में जुटे अफसर, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी
विधायक की सख्त फटकार के बाद आयोजकों में हड़कंप मच गया। अफसर आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की कोशिशें शुरू की गईं, लेकिन तब तक अव्यवस्था की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके थे, जिससे प्रशासन की किरकिरी हो गई।
योजना अच्छी, क्रियान्वयन बेहद लचर
उल्लेखनीय है कि आकांक्षा हाट मेला राज्य सरकार की संपूर्णता अभियान का हिस्सा है, जिसका मकसद महिलाओं के स्व-सहायता समूहों को बढ़ावा देना, स्थानीय उत्पादों को बाजार से जोड़ना और विभागीय योजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुंचाना है। लेकिन कार्यक्रम के पहले ही दिन की बदइंतजामी ने पूरे आयोजन की गरिमा को तार-तार कर दिया।


