आज कवर्धा निवास में गौमाता काशी और नन्ही नंदिनी का पावन आगमन हुआ जिनका प्रफुल्लित हृदय से स्वागत कर सेवा की।
हमारी सनातन संस्कृति में गौ माता का स्थान महत्वपूर्ण माना गया है। क्योंकि गौमाता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। उनकी सेवा से सात्विक गुणों का विकास, मन की शुद्धि और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।