छत्तीसगढ़ के भक्ति संगीत जगत से एक बेहद दुखद समाचार सामने आया है। मुंगेली जिले के सुप्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी भजन गायक प्रेम आनंद का आकस्मिक

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मुंगेली—छत्तीसगढ़ के भक्ति संगीत जगत से एक बेहद दुखद समाचार सामने आया है। मुंगेली जिले के सुप्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी भजन गायक प्रेम आनंद का आकस्मिक निधन हो गया है। वे लंबे समय से क्षेत्रीय भक्ति संगीत के माध्यम से देव भूमि मुंगेली और सेतगंगा के मेलों में अपनी अमिट छाप छोड़ चुके थे। उनके निधन से न केवल मुंगेली, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के संगीत प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रेम आनंद ने अपनी भजनों की मधुर आवाज़ और गहरे भावों से ‘शक्ति माई मुंगेली’, ‘सेतगंगा मेला’ जैसे‘छत्तीसगढ़ी भक्ति गीत’ कई सुपरहिट गीतों के ज़रिए जन-जन के हृदय में विशेष स्थान बनाया था।
वे अपनी सरलता, मधुर वाणी और लोक संस्कृति से जुड़ी शैली के लिए जाने जाते थे। बताया जा रहा है कि प्रेम आनंद अचानक अस्वस्थ हुए और उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर जैसे ही सोशल मीडिया और स्थानीय मंचों के माध्यम से फैली, पूरे मुंगेली शहर और आसपास के गांवों में शोक की लहर छा गई। कलाकारों, संगीत प्रेमियों और उनके चाहने वालों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “प्रेम आनंद जैसे कलाकार बार-बार जन्म नहीं लेते, उन्होंने छत्तीसगढ़ी संगीत को नई पहचान दी है।” प्रेम आनंद का मूल निवास अचानकपुर गांव बताया गया है, जहाँ से उन्होंने अपने संगीत सफर की शुरुआत की थी। प्रारंभ में छोटे आयोजनों और मेलों में भजन गाकर वे लोगों के बीच लोकप्रिय हुए, और देखते ही देखते उनका नाम पूरे जिले में गूंजने लगा। सेतगंगा मेला और शक्ति माई मुंगेली में उनके गायन का हर साल लोगों को इंतजार रहता था। उनके असामयिक निधन से न केवल उनके परिवार और मित्रगण बल्कि पूरा कलाकार समाज स्तब्ध है। मुंगेली शहर के संगीतकारों और भजन मंडलियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके योगदान को अविस्मरणीय बताया। भक्ति संगीत प्रेमियों ने भावुक होकर कहा “प्रेम आनंद अब हमारे बीच नहीं हैं, पर उनकी आवाज़ और उनके गीत हमेशा हमारे दिलों में गूंजते रहेंगे।” उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम अचानकपुर में किया जाएगा, जहाँ बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुँच रहे हैं।

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